दिल्ली के उत्तर-पूर्वी इलाकों में हुईं तमाम हिंसक झड़पों की वजह से राष्ट्रीय राजधानी के कुछ इलाके मानो थम से गए थे. लेकिन उन हिंसाग्रस्त इलाकों के नागरिक अब अपनी जिंदगी फिर से शुरू करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाकों में पुलिस और सुरक्षा बलों के जवान भी लगातार गश्त और फ्लैग मार्च कर रहे हैं ताकि इलाके में शांति-व्यवस्था बनी रहे.
आज तक की टीम ने ऐसे ही कुछ इलाकों की ग्राउंड रिपोर्ट की और पीड़ित परिवारों का दर्द दुनिया के सामने लाने की कोशिश की. ब्रह्मपुरी के निवासी इकबाल अहमद ने हिंसा में अपने इकलौते बेटे अमन को खो दिया है. उन्हें ऐसा लगता है कि जैसे उनकी जिंदगी तबाह हो चुकी है. जब आज तक की टीम उन तक पहुंची तो वे अपने बेटे के अंतिम संस्कार की तैयारियों में लगे हुए थे.